Time Remaining: 02:00
गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो गई थीं। मनीष अपने नाना के गाँव गया। नाना का घर एक छोटे से गाँव में था। वहाँ मनीष ने अपने चचेरे भाइयों के साथ खूब मस्ती की। सुबह वे खेतों में गए। खेतों में हरी-भरी फसलें लहलहा रही थीं। मनीष ने नाना के साथ गन्ने का रस पिया। दोपहर में वे गाँव के तालाब में नहाने गए। तालाब का पानी ठंडा था। मनीष ने तैरना सीखा। शाम को नानी ने उन्हें कहानियाँ सुनाईं। रात में मनीष छत पर सोया और तारे गिने। छुट्टियाँ खत्म होने पर मनीष को गाँव छोड़ने का मन नहीं था। उसने अगले साल फिर आने का वादा किया।
WPM: 0
Accuracy: 0%
Errors: 0
Your Test Result
WPM: 0
Accuracy: 0%
Errors: 0